AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा
पित्ताशय में पथरी के क्या लक्षण होते हैं?
किन कारणों से होती है पित्ताशय में पथरी की दिक्कत?
यह चमत्कारी दवा केवल 5 दिनों में निकाल देगी पथरी! नहीं होगी ऑपरेशन की जरूरत।
1. *एप्पल सिडार विनेगार पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Apple Cider Vinegar Beneficial for Gall Bladder
Stone Treatment)
सेब डॉक्टर को दूर रखने में मदद करता है। इसलिए एक गिलास सेब के रस में सेब साइडर सिरका का एक बड़ा चम्मच मिलाकर नियमित रूप दिन में एक बार सेवन करना चाहिए।
2. *नाशपाती
पित्ताशय की पथरी निकालने
में फायदेमंद* (Pear Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)
नाशपाती में पेक्टिन नामक यौगिक होता है जो कोलेस्ट्रॉल से बनी पथरी को नरम बनाता है ताकि वे शरीर से आसानी से बाहर निकल सकें। वे पथरी के कारण होने वाले दर्द तथा अन्य लक्षणों से आराम दिलाने में सहायक होता है
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3. *चुकंदर,
खीरा और गाजर का रस पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Beetroot Mixture Beneficial for Gall Bladder Stone
Treatment)
पित्ताशय की थैली को साफ और मजबूत करने और लीवर की सफाई के लिए चुकंदर का रस, ककड़ी का रस और गाजर के रस को बराबर मात्रा में मिलाये। यह संयोजन आपको पेट और खून की सफाई में भी मदद करता है।
4. *पुदीना पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Mint Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)
यह पित्त तथा अन्य पाचक रसों को बढ़ाता है। इसमें टेरपिन नामक यौगिक पाया जाता है जो प्रभावी रूप से पथरी को तोड़ता है। आप पुदीने की पत्तियों को उबालकर पिपरमेंट टी भी बना सकते हैं।
5. *सिंहपर्णी पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Dandelion Beneficial for Gall Bladder Stone
Treatment)
सिंहपर्णी
के पत्ते लीवर और मूत्राशय
के कामकाज में सहायता, पित्त
उत्सर्जन को बढ़ावा और
विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने
में मदद करते हैं।
एक कप पानी में
एक बड़ा चम्मच सिंहपर्णी
के पत्तों को मिलाये। फिर
इसे अवशोषित करने के लिए
पांच मिनट के लिए
रख दें। अब इसमें
एक चम्मच शहद मिलायें। मधुमेह
रोगियों को इस उपचार
से बचना चाहिए।
6.* इसबगोल पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद
* (Isabgol Beneficial for Gall Bladder
Stone Treatment)
एक उच्च फाइबर आहार, पित्ताशय की थैली की पथरी के इलाज (home remedy for gall bladder stone) के लिए बहुत आवश्यक है। इसबगोल घुलनशील फाइबर का अच्छा स्रोत होने के कारण पित्त में कोलेस्ट्रॉल को बांधता है और पथरी के गठन को रोकने में मदद करता है। आप इसे अपने अन्य फाइबर युक्त भोजन के साथ या रात को बिस्तर पर जाने से पहले एक गिलास पानी के साथ ले सकते हैं। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा
7.*नींबू पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद*
(Lemon Beneficial for Gall Bladder Stone
Treatment)
नींबू
का रस प्रकृतिक रूप
से अम्लीय होने के कारण
यह सिरके की तरह कार्य
करता है और लीवर
में कोलेस्ट्रॉल को बनने से
रोकता है। हर रोज
खाली पेट चार नींबू
का रस लें। इस
प्रक्रिया को एक हफ्ते
तक अपनाएं। इससे पथरी की
समस्या (home remedy
for gall bladder stone) आसानी
से दूर हो सकती
है।
8.* लाल शिमला मिर्च पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद *(Red Capsicum Beneficial for Gall Bladder Stone
Treatment)
2013 में हुए एक अध्ययन के अनुसार, शरीर में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी पथरी की समस्या कम करता है। एक लाल शिमला मिर्च में लगभग 95 मिलीग्राम विटामिन-सी होता है, यह मात्रा पथरी को रोकने के लिए काफी होती है। इसलिए अपने आहार में शिमला मिर्च को शामिल करें।
9.*साबुत अनाज पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Grain
Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)
पानी में घुलनशील फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों जैसे साबुत अनाज और अन्य अनाज को अपने आहार में भरपूर मात्रा में शामिल करें। फाइबर कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम कर स्वाभाविक रूप से पथरी को बनने से रोकने (home remedy for gall bladder stone) में मदद करते हैं। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा
10.*
हल्दी पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद *(Turmeric Beneficial for Gall Bladder Stone
Treatment)
पित्ताशय की पथरी के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपचार है। यह एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री (प्रदाहनाशक) होती है। हल्दी पित्त, पित्त यौगिकों और पथरी को आसानी से तोड़ने में मदद करती है। ऐसा माना जाता है कि एक चम्मच हल्दी
लेने से लगभग 80 प्रतिशत पथरी खत्म हो जाती है।
11.* विटामिन सी पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद *(VitaminC
Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)
विटामिन-सी शरीर के कोलेस्ट्रॉल को पित्त अम्ल में परिवर्तित करती है जो पथरी को तोड़ता है। आप विटामिन-सी संपूरक ले सकते हैं या ऐसे खाद्य पदार्थ खा सकते हैं जिनमें विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में हो जैसे संतरा,
टमाटर आदि। पथरी के दर्द के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपाय है। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा
FAQ :
Q.1. पित्त की थैली
में पथरी होने
से क्या नुकसान
है?
ऐसा होने से अग्न्याशय से पाचक रसों का निकास रुक जाता है और रोगी को पैंक्रियेटाइटिस विकसित हो जाती है।
Q.2. पित्त
की पथरी होने
पर क्या नहीं
खाना चाहिए?
पित्त
की
पथरी
में
डेयरी
उत्पादों का सेवन
मत
कीजिए। दूध, पनीर, दही, आइसक्रीम, भारी क्रीम
और
खट्टा
क्रीम
से
परहेज
करें।
वनस्पति तेल, मूंगफली का
तेल, खट्टे
फल, कॉफी, टमाटर
सॉस
आदि
खाना
बंद
कर
दें।
- थोड़ी
मात्रा में कम
फैट
वाले
डेयरी
प्रोडक्ट लें।
Q.3. क्या योग पित्ताशय
की पथरी को
ठीक कर सकता
है?
टिड्डी मुद्रा या
शलभासन एक मुद्रा है, जो रक्त
परिसंचरण में सुधार
करती
है, पित्त
पथरी
का
काफी
हद
तक
इलाज
करती
है
और
पित्ताशय की थैली
के
कार्य
को
बहुत
लाभ
पहुंचाती है । यह
आंतों
और
एंजाइम स्रावित करने
वाली
ग्रंथियों के साथ-साथ
आपके
पित्ताशय की थैली
के
स्वस्थ कार्य को
सक्रिय करता है। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा
Q.4. क्या पित्त
पथरी बिना सर्जरी
के दूर जा
सकती है?
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